उत्तम शिक्षा की आवश्यकता का अनुभव करते हुए समाज सेवा के उद्देश्य से सेठानी पुतलीबाई ट्रस्ट झालसर के तत्कालीन अध्यक्ष स्वर्गीय श्री गुरु प्रसाद जी अग्रवाल ने प्रारंभिक आर्थिक सहयोग देकर एक विद्यालय स्थापित करने का विचार रखा। तदानुसार स्वर्गीय एन एस काबरा, स्वर्गीय श्री राधा बल्लभ अग्रवाल, स्वर्गीय श्री ज्ञान चंद्र मस्ते, स्वर्गीय श्री गौरी शंकर तिवारी, स्वर्गीय श्री नरेंद्र जैन, स्वर्गीय श्री विट्ठल राव हर्ने, स्वर्गीय श्री चंपालाल भारद्वाज, स्वर्गीय श्री रामकिशन अग्रवाल, स्वर्गीय श्री बीएम अग्रवाल, वर्तमान अध्यक्ष श्री चंद्रकांत अग्रवाल के प्रयासों से "सेठानी पुतलीबाई अग्रवाल शिक्षा समिति" पंजीकृत हुई। इसी वर्ष संस्था ने अग्रवाल धर्मशाला में kg1, kg2 एवं पहली कक्षा प्रारंभ कर आंखें खोलें। 2 वर्ष पश्चात जगदीश पुरा वार्ड में किराए की भूमि पर ट्रस्ट द्वारा प्राप्त अनुदान से भवन निर्माण, फर्नीचर आदि स्थाई संपत्ति निर्मित हुई। कालांतर में बढ़ते हुए विद्यालय ने माध्यमिक विद्यालय का रूप लिया। जिसने विकास करते हुए नगर की ही नहीं जिले के वरिष्ठ विद्यालयों में अपना स्थान सुनिश्चित किया। इसकी सराहना तत्कालीन शिक्षा मंत्री श्री मोतीलाल वोरा द्वारा की गईl
विद्यालय की सफलता शैक्षणिक संस्था के कारण नागरिकों एवं पलको के अनुरोध पर वर्ष 1988 में उच्चतर माध्यमिक कक्षाएं प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। जिसके लिए आवश्यकता थी,भवन एवं खेल मैदान की। वर्तमान अध्यक्ष श्री चंद्रकांत अग्रवाल ने नगर के मध्य स्थित विशाल भवन एवं खेल मैदान बिना किसी मूल्य/ किराया के उपलब्ध कराया। समिति ने उनकी इच्छा अनुसार "सेठ गुरु प्रसाद अग्रवाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय" प्रारंभ किया.। तत्पश्चात समिति द्वारा आवश्यक कक्षाओं प्रयोगशालाओं आदि का निर्माण कराया गया।
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रथम प्राचार्य श्री आर एन कटारे ने अपने समर्पण, अनुशासन एवं मार्गदर्शन से विद्यालय को नई ऊंचाइयां प्रदान की, जिससे "सेठ गुरु प्रसाद अग्रवाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय" जिले का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बन गया।
वर्ष 2010-11 में प्राचार्य श्रीमती आवाज शुक्ला के कुशल निर्देशन में काला के प्रदेश स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त करने
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